#जरुर_पढे

जब हम लहसुन प्याज खाने को मना करते है तो कुछ महान लोग ये तिन प्रश्न जरुर पुछते जब कोई जवाब नही दे पाए तो ये लोग खुश होते है , तो भक्त शर्मिंदा हो जाते , आज मै सटीक उत्तर दे रहा हु पढ लो सभी व सबतक पहुचाऔ बताऔ क्यो न खाए लहसुन प्याज....

१) लहसुन प्याज क्यो न खाए ???
२) जब लहसुन प्याज भगवान ने पैदा किए तो क्यो न खाए ??
३) डॉ. भी तो खाने को क्यो बोलते है ??
पहली बात लहसुन प्याज को भगवान ने पैदा नही किया ये तो राक्षसो के खुन से पैदा हुए है.....निचे पुरा पढे
विस्तृत कथा :- समुद्र मंथन के समय जब अमृत निकला उसे लेकर दैत्य भाग गए तब नारायण भगवान ने मोहिनी अवतार लिया व दैत्यो को मौहित किया , जब मोहिनी भगवान देवताऔ को अमृत पिला रहे थे , तब सुर्य और चंद्र के बिच मे राहु नाम का दैत्य आकर बैठ गया , जब भगवान ने अमृत पिला दिया तब सुर्य भगवान बोले की प्रभु ये तो दैत्य है तो भगवान ने चतुर्भुज रुप धारण कर दैत्य की गर्दन काट दी , अमृत पिने के कारण उसकी मृत्यु नही हुई व देवताऔ का संग करने के कारण नवग्रहो मे पुजा होती है , उसी राहु दैत्य के खुन ( रक्त ) से लहसुन प्याज पैदा हुए , चुकि अमृत पिया था तो लहसुन प्याज मे अमृत तत्व उपस्थित है इस लिए डॉक्टर बिमारी के समय लहसुन प्याज के उपयोग की कहते है लेकिन ये राक्षस के रक्त से पैदा हुए है तो तामस तत्व है जिससे मन विचलित होता है खाने वाले के मन मे राक्षसी भाव पैदा होता है ,खाने के बाद मुंह से दुर्गंध आती है ऐसा लगता है मानो मांस खाया हो , और मांस राक्षस ही खाते है ये लहसुन प्याज राक्षसो के खुन से ही बना है , लहसुन प्याज औषधी ( दवाई ) है , और दवाई बिमारी के समय खानी चाहिए रोज रोज नही रोज रोज खाऔगे तो दुसरी बिमारी पैदा हो जाएगी , अतः लहसुन प्याज का सर्वथा त्याग करे.....शेयर करना न भुले.....राधे राधे