#नाड़ी_दोष
गुण मिलान की प्रक्रिया मे नाड़ी दोष विशेष महत्व रखता है ..नाड़ी दोष भंग होने के अनेको नियम होते है पर यदि नाड़ी दोष भंग नही हुआ और विवाह करा दिया तो उसका दुष्प्रभाव संपूर्ण जीवन इंसान भोगता है ..
हर माह 1 या 2 कुंडलिया ऐसी प्राप्त होती है जिनमे नाड़ी दोष होता है ..
नाड़ी दोष का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव यह की व्यक्ति संतान प्राप्ति के लिए डॉक्टरो के चक्कर लगाता है या कई बार पति पत्नी के मध्य आकर्षण बिल्कुल खत्म हो जाता है!
कुंडली अनुसार समय रहते ऐसे दोषों का उपाय करना जरूरी है!
इति
ब्राह्मण प्रशांत भारद्वाज
भारद्वाज ज्योतिष संस्थान टपूकड़ा ( राजस्थान )