|| सर्वोन्नती प्राप्ती परशुराम साधना  ||

 

 

सर्वोन्नती प्राप्ती परशुराम साधना

हर मनुष्य की कुछ मनोकामनाएं होती है। कुछ लोग इन मनोकामनाओं को बता देते हैं तो कुछ नहीं बताते। चाहते सभी हैं कि किसी भी तरह उनकी मनोकामना पूरी हो जाए। लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। यदि आप चाहते हैं कि आपकी सोची हर मुराद पूरी हो जाए तो नीचे लिखे प्रयोग करें। इन टोटकों को करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी।सभी चाहते हैं कि उसके जीवन में खुशहाली रहे और सुख-शांति बनी रहे पर हर व्यक्ति के साथ ऐसा नहीं होता। जीवन में सुख और शांति का बना रहना काफी मुश्किल होता है। ऐसे समय में उसे अपना जीवन नरक लगने लगता है। यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो आप नीचे लिखे साधारण उपायों को अपना कर अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।

भगवान विष्णु के दशावतार में छठे अवतार भगवान परशुराम माने जाते हैं। क्रोध और दानशीलता में उनका कोई सानी नहीं है। शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता सिर्फ और सिर्फ भगवान परशुराम ही माने जाते हैं। भगवान शिव ने उन्हें मृत्युलोक के कल्याणार्थ परशु अस्त्र प्रदान किया जिससे वे परशुराम<br>

कहलाए। वे परम शिवभक्त थे। उन्होंने सहस्रार्जुन की इहलीला समाप्त कर दी। प्रायश्चित के लिए सभी तीर्थों में तपस्या की। गणेशजी को एकदंत करने वाले भी परशुराम थे। पृथ्वी को 21 बार क्षत्रियों से विहीन करने वाले भगवान परशुराम ही थे। उनकी दानशीलता ऐसी थी कि समस्त पृथ्वी ही ऋषि कश्यप को दान कर दी। उनके शिष्यत्व का लाभ दानवीर कर्ण ही ले पाए जिसे उन्होंने ब्रह्मास्त्र की दीक्षा ‍दी। भगवान परशुराम की सेवा-साधना करने वाले भक्त भूमि, धन, ज्ञान, अभीष्ट

सिद्धि, दारिद्रय से मुक्ति, शत

श्री परशुराम आशीर्वाद मन्त्र सिद्धि: -

यह सिद्धि विधान 21 दिन का है।किसी भी पूर्णिमा को साधक रात्रि 11 बजे से यह साधना महेन्द्रगिरि पर्वत की ओर मुख करके दोनों भुजाओ को आकाश में फैलाकर एक भुजा में माला से जप करते हुए ,,एक पैर पर खड़ा होकर 11 माला रोज रात्रि को करे।। अपने सामने थाली में धूप, फल, फूल,मिठाई और ताम्र कलश में जल रखे। साधना में साधक को लाल वस्त्र धारण करने चाहिए। माथे पर सिंदूर का तिलक और क्रोध अवस्था में मन्त्र जाप करना चाहिये,,इस तरह साधना पूर्ण होने पर स्वप्न में परशुराम जी आकर साधक को आशीर्वाद प्रदान करते है और किसी भी समस्या से लड़ने के लिये असीम साहस,बल,मनोबल और मन की दृढ़ शक्ति प्रदान करते है,,जिससे साधक जो एक बार संकल्प लेकर करता है उसे पूरा ही करता है चाहे प्राण ही क्यों न चले जाये।ऐसी शक्ति परशुराम जी प्रदान करते है।

मन्त्र आपको किसी भी पुस्तक से मिल सकता है किन्तु सिद्धि विधान आपको हमारे माध्यम से ही प्राप्त होगा।।

जैसा मन्त्र कहा है वैसे ही जाप करे,,गुरु पूजन,पवित्रीकरण,वास्तु दोष पूजन,शिव पूजन,गणेश पूजन,विष्णु पूजन ,सुरक्षा मन्त्र,संकल्प अनिवार्य है।

मन्त्र

ॐ राम राम ॐ राम राम ॐ परशुहस्ताय नमह् ।।

!! जय परशुराम !!