नागपुर 

 

नरेंद्र मोदी सरकार पश्चिमी सभ्यता की वजह से देश में फैले 'प्रदूषण' को दूर करने के लिए अभियान चलाएगी। पिछले सप्ताह संघ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों की बैठक में इस बात को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है। इस मीटिंग के दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने पश्चिमी सभ्यता के चिन्हों को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाने की बात कही। 

 

द टेलीग्राफ के मुताबिक मीटिंग के दौरान महेश शर्मा ने कहा, 'हमें उन सभी सार्वजनिक क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाना होगा, जिनका पश्चिमीकरण कर दिया गया है। ऐसे इलाकों में भारतीयता को वापस स्थापित करना होगा। हमें अपने उन संस्थानों को सही करना होगा, जिन्हें पश्चिमी सभ्यता ने प्रदूषित कर दिया है।' इस मीटिंग में बीजेपी शासित सभी राज्यों के संस्कृति मंत्री भी मौजूद थे। 

 

टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक संस्कृति एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय अलग-अलग रोडमैप तैयार कर रहे हैं कि कैसे स्कूलों, कला एवं सिनेमा, विज्ञान, तकनीक और पुस्तकालयों में अभियान चलाकर पश्चिमी चिन्हों को समाप्त किया जाए। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा, 'संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत कुल 39 संस्थान आते हैं। इनमें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और बड़े संग्रहालय भी शामिल हैं। लेकिन इन संस्थानों में भारतीय संस्कृति की स्थापना नहीं कर पाए हैं, जैसी कि होनी चाहिए थी।' 

 

शर्मा ने कहा कि इन सभी संस्थानों में पश्चिमी सभ्यता के प्रतीकों को हम पूरी तरह समाप्त करे देंगे, बस एक बार रोडमैप पूरी तरह से तैयार हो जाए। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार के इस एजेंडे को पूरा करने में आरएसएस के आनुषांगिक संगठन भी सहयोग करेंगे