भाइयो हर हर महादेव।

इसको ध्यान से पढ़ना।

 

हर हर महादेव 3 जून 2015

   जागो हिन्दुओ जागो

                                       महाविनाश हमारे द्वार पर है

जरा अपनी स्थिति का अध्ययन तो करो,जरा भविष्य का आंकलन तो करो।

-------------------------------------Face book और What's app के योद्धाओं मेरी मदद करो, मेरी मदद करो।

 

मैं यति बाबा नरसिंहानंद सरस्वती,सिद्धपीठ प्रचण्ड चण्डी देवी व महादेव मन्दिर, डासना, गाज़ियाबाद का महंत हूँ। आज मैं शिमला के जाखू तीर्थ में भूमापीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ जी महाराज के आदेश पर सर्व ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधीर कौशिक जी के साथ अपने बच्चों,बाबा परमेन्द्र आर्य, अनिल यादव,कुलदीप सैनी,नितिन शर्मा, ज्ञानेश तथा कुछ और लोगो के साथ संजीवनी महायज्ञ के समापन पर होने वाले सन्त सम्मेलन में भाग लेने के लिये आया हुआ हूँ। यह बहुत दिव्य और प्राचीन तीर्थ है,बजरँग बली हनुमान का अदभुत धाम।बहुत ही ऊर्जा दायक और एकदम मन को शांत कर देने वाला।

पर कुछ लोग इतने दुर्भाग्यशाली होते हैं की उन्हें कहीँ भी शांति और प्रसन्नता नसीब नहीँ होती,बल्कि हर जगह ऐसे लोग केवल कुढ़ते रहते हैं।

मैं भी एक ऐसा ही व्यक्ति हूँ,कल मैं जब यहां पहुँचा तो मुझे यहाँ भी तबलीगी टोपी और बकरे वाली दाढ़ी बहुत तादात में दिखाई दी और मेरा मन एकदम विचलित हो गया।जो तबाही हरिद्वार तक पहुँच गयी, नीलकण्ठ तक पहुँच गयी वो पूरी देव भूमि में फ़ैल चुकी है ,ये देखना बहुत पीड़ादायक है मेरे लिये।

मैंने यहाँ के स्थानीय लोगों से जब बात की तो मेरा दिल बैठ गया।

       मुझे यहाँ के लोगो ने बताया कि शिमला और आस पास बहुत सुनियोजित तरीके से मुस्लिम घुसपैठ कर चुके हैं, और उनकी तादात लगातार बढ़ती जा रही है।

मैंने उनसे पूछा की क्या कोई हिन्दू या हिन्दू संगठन इसका विरोध नहीँ करता तो यहाँ के लोगों ने बहुत कड़वाहट के साथ कई किस्से सुनाये, जब वो लोग मदद मांगने उन संगठनों के पास गए जो हिन्दू संगठन कहलाते है, पर आज तक यहाँ हिन्दू संगठनों ने राजनीति के सिवा हिन्दू के लिये कुछ भी नहीँ किया।

मुझे ये बात एकदम समझ में आई क्योंकि मैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ। हमारे यहाँ हिन्दू की स्थिति एकदम दयनीय है पर एक भी उदाहरण कोई हिन्दू संगठन नहीँ दे सकता जब उन्होंने वास्तव में हिन्दू की मदद की हो। पता नहीँ इन संगठनों की क्या मजबूरी है ये तो इन संगठनो के जिम्मेदार पदाधिकारी की बता सकते है पर इसका हिन्दू समाज पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। हिन्दू समाज का मनोबल आज बहुत क्षीण है और इस्लामिक जिहादियों का मनोबल बहुत बढ़ गया है।

   जरा इसे ठीक से समझिये।

इस देश में धर्मनिरपेक्ष कोई नहीँ है, जो अपने को धर्म निरपेक्ष कहते हैं वो वास्तव में हिन्दू विरोधी और मुस्लिम समर्थक होते हैं।ऐसे लोगों को हिन्दू का जेहादी आतंकवाद या लव जिहाद से पीड़ित होकर रोना भी बहुत बुरा लगता है, और कट्टर इस्लामिक जेहादियों के कृत्य में इन्हें मानवता और मजबूरी दिखाई देती है।

इसका सबसे बड़ा उदाहरण ये है की किसी जगह कोई सड़क या कोई और सरकारी योजना आये और वहाँ कोई मन्दिर आ जाए तो उसे हर कीमत पर हटा दिया जाता है, पर अगर मस्जिद तो छोड़ो कोई कुत्ते या सूवर की मजार भी बीच में आ जाए तो सड़क और योजना अपनी जगह बदल देती है।

सोनिया गांधी और धर्म निरपेक्ष नेता इस देश में एक कानून बनाने वाले थे जिसका नाम था,

 

 "सांप्रदायिक व लक्ष्यित हिंसा रोक थाम विधेयक"। 

 

ये कानून कहता था की हिन्दू का किसी गैर हिन्दू से झगड़ा हो जाए तो गलती केवल हिन्दू की मानी जायेगी, और सजा भी केवल हिन्दू को मिलेंगी।

 

ऐसा कानून आज तक किसी भी सभ्य देश में बनना तो दूर कभी सोचा भी नहीँ गया की एक 90 करोड़ लोगों की कौम को अपराधी घोषित करके सजा सुना दी गयी।

 

         मैं कोई बहुत बड़ा विद्वान नहीँ हूँ, और न ही मेरा कोई संगठन है। पर मैं इतना जानता हूँ की आज भारत वर्ष में इस्लामिक जिहाद इतना मजबूत हो चूका है की इससे लड़े बिना अब हिन्दू का बचना नामुमकिन है। पूरी दुनिया में एक ही कुरान है और एक ही इस्लाम है। जिसका एकमात्र लक्ष्य पूरी दुनिया से काफ़िर को मिटा देना है। कोई मुर्ख भी ये नहीँ कह सकता की जो इस्लाम सारी दुनिया में जिहाद कर रहा है वो भारत को छोड़ देगा, जबकि भारत पिछले 1300 सालों से जिहाद का शिकार रहा है, और हिन्दुओ के अनेक देश जिहाद के कारण इस्लामिक हो चुके है।

 

        आज हमारे देश में हिंदुओं की स्थिति इस्लामिक जिहादियों के सामने ऐसी हो चुकी है जैसी भेडियो के सामने मेमने की होती है। मेमना केवल भेड़िये का चारा, उसका मनपसंद भोजन होता है।

इस स्थित के सबसे अधिक जिम्मेदार मुसलमानों की बढ़ती हुई जनसँख्या और हिन्दू का घटता हुआ आत्मविश्वास है।

मुसलमानो ने अपनी जनसँख्या बढ़ाकर आज इस्लाम को बहुत मजबूत कर दिया है और हमने अपने परिवार को सीमित करके अपने आत्मविश्वास को तोड़ कर अपने सम्पूर्ण विनाश को आमन्त्रित कर लिया है।

आज हर मुसलमान परिवार में इतना जनबल है की दो चार के मर भी जाने से वहाँ कोई खास फर्क नहीँ पड़ता, और हिन्दू की स्थिति ये है की बड़ी मुश्किल से एक बेटा और एक बेटी होती है जिनको सुरक्षित रखने की कवायद में ही हिन्दू टूट जाता है।

सोच लो मुसलमानों की आबादी यूँ ही बढ़ती रही और हमारे परिवार यूँ ही कमजोर होते रहे तो एक दिन ऐसा आएगा की भगवान भी अवतार लेकर हमारी रक्षा नही कर सकेंगे, और हमारी नस्ल खत्म कर दी जायेगी । और हमारी बेटियां हमारे दुश्मनो की रखैल या गुलाम बन कर ही जीवित रह सकेगी।

जागो हिंदुओं जागो,क्या तुम अपनी बेटियों के लिये ऐसा ही भविष्य चाहते हो?

 

                   यदि नहीँ तो अपनी पूरी ताकत इस देश में जनसंख्या नियंत्रण का बहुत कठोर कानून बनवाने में लगा दो।

यदि ये कानून नहीँ बना तो हम सबका अस्तित्व मिट जाएगा इसलिये जो लोग स्वयं को हिंदुत्ववादी कहते हैं वो whats app और face book पर मेरी मदद करें ताकी मेरी बात हर हिन्दू तक पहुँच जाए और सरकार ये कानून बनाने पर मजबूर हो जाए।

यदि अभी नहीँ तो ये समझ लो की हमारे लिये फिर कभी कुछ नहीँ होगा।

 हिन्दुओ, मैं भगवान के नाम पर,हर हिन्दू के पूर्वजो के नाम पर, हर बेटे के नाम पर,हर बहन और बेटी के नाम पर आप सबसे अनुरोध करता हूँ की अब बन्द करो इस नीचता को, अब छोड़ तो कायरता को, अब रहने दो अपने कमीनपन को और खड़े हो जाओ।

इस्लाम को समझो और अपने घर, बेटी,परिवार को बचाओ।

निवेदक

यति बाबा नरसिंहानंद सरस्वती

महंत,सिद्धपीठ प्रचण्ड चण्डी देवी व महादेव मन्दिर डासना, गाज़ियाबाद।

 

हर हिन्दू के फोन में ये msg पहुंच दो।

निवेदक:- दिनेश हिन्दू