देववाणी विकास समूह रीवा म.प्र.

 

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यह बेबसाइट संस्कृत भाषा के संगणकीय विकास हेतु बनाई गई है इसका नामकरण देववाणी इसीलिये रखा गया है

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यह वेबसाइट १३ अगस्त २०१३ से पहले ८ नवंबर २०१२ में www.vindhyanchal.in के एक खंड के रूप में विकसित की गई थी बाद में इसको अधिकारिक रूप से www.devwani.in पर हास्टगाटर कंपनी की मद्द से प्रकाशित किया गया बाद में ये साल २०१४ में इसे ये प्रारूप devwani.org पर मिला।

कुछ पुरानी यादें
  
मेरी वेबसाइट vindhyanchal.in पर पहला संस्कृत लेख १३ अगस्त २०१२ को माता विंध्यवासिनी पर लिखा गया श्लोक और व्याख्या था बाद मे १४ अगस्त २०१२ को स्वतंत्रता दिवस पर लिखा गया था। तब ये पहली संस्कृत खंड इस वेबसाइट के संस्कृत संस्करण में बनाया गया था।और अगस्त २०१३ में देववाणी नाम से अधिकारिक नाम पर पब्लिश किया गया तब ये दुनिया की पहली संस्कृत वेबसाइट थी जो देवनागरी में लिखी गई थी और आज पहली ऐसी वेबसाइट है जो सभी वेद पुराण पढने और डाउनलोड करने की सुविधा देवनागरी लिपि में दे रही है।
हमारी वेबसाइट के ५ माह  बाद पहला संस्कृत विकीपीडिया लेख दिनांक  को ०४:५४, २१ जनवरी २०१३‎ Suchetaav द्वारा लिखा गया था जो कानपुर शहर पर था।